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#6: COVID​​-19 के दौरान राहत के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए

By April 29, 2020December 23rd, 2023No Comments

टुगेदर वी कैन का मौजूदा विवरण: स्प्रेड लव नॉट कोरोना और उससे जुड़े प्रयास

भारत में COVID-19 से पीड़ितों की संख्या अब 25,000 से अधिक हो गई है, और सबसे अधिक मामले मुंबई में हैं जहाँ 3000 से भी अधिक मामले सामने आ चुके है। जहाँ महाराष्ट्र में संक्रमण से देश में सबसे अधिक मौतें (301) हुई हैं वहीं सबसे अधिक ठीक होने वाले व्यक्ति की संख्या (840) भी यहीं हैं। स्थिति अभी भी गम्भीर बनी हुई है।

मुंबई महानगर क्षेत्र में हमारे राहत प्रयासों को शुरू हुए पाँच सप्ताह से अधिक हो गया है। हम क्या कर पाए हैं, इसे समझने के लिए, कृपया #1, #2, #3, #4, #5, #7, #8 की जाँच करें। यह ब्लॉग पिछले सप्ताह में हमारे प्रयासों का एक सार प्रस्तुत करता है।

● मुंबई महानगरिय क्षेत्र (एमएमआर) में हमारे आपातकालीन राहत कार्य की पहुँच अब क़रीब 11,120 परिवारों (55,600 लोगों) तक हो चुकी है जिसमें हम सूखा राशन प्रदान किया जा रहा है। और इसके साथ हम लगातार असहाय समुदायों को मासिक राशन पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। इस सप्ताह हम पड़ोसी शहर वसई व उल्हासनगर में पहुँचने में सफल रहे हैं। हम एमएमआर में अधिक मासिक राशन किट का प्रावधान कर रहे हैं, क्योंकि इस समय लोगों को खाद्य आपूर्ति की सख्त जरूरत है। संकट की दीर्घायु को देखते हुए, कई अब नौकरियों की लंबी अवधि के लिए और लगभग बचत से बाहर हैं, उनकी कमजोरियों को गहरा कर रहे हैं।

● ब्लू सी कैटरिंग और बैंक्वेट्स के साथ साझेदारी में हम मुंबई महानगर क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में साढ़े चार लाख से भी अधिक मुंबई पुलिस बल, सरकारी अस्पतालों में कर्मचारियों तथा नवी मुंबई, वडाला और भिवंडी (ठाणे) के प्रवासी मज़दूरों और उनके परिव्वरों को पका हुआ भोजन प्रदान किया गया।

● इस सप्ताह हमने के-वेस्ट वार्ड के आसपास और आसपास के पश्चिमी उपनगरों में लोगों के लिए नगर निगम ग्रेटर मुंबई (MCGM) हेल्पलाइन के अनुरोध के ऊपर भी कार्य किया। हमने 303 कॉलर्स के बीच लोगों की जरूरतों को सत्यापित करने में मदद की, क्योंकि इनमें से कई कॉल बड़े समूहों के लिए थे और हेल्पलाइन स्थापित होने के कुछ दिन बाद ही आए थे। क्षेत्रवार मामलों को छांटने के बाद, हम 528 घरों को सूखा राशन मुहैया कराने में सक्षम रहे जिनमें से कुछ क्षेत्रों में गिल्बर्ट हिल, कापसवाड़ी, वर्सोवा, बेहराम बाग, भगत सिंह नगर, जुहू गली और अन्य शामिल थे।

● नवी मुंबई में हमने तुर्भे स्टोर के रेड-लाइट क्षेत्र के 9 व्यक्तियों को मासिक राशन किट वितरित किया। इनमें से कई परिवार इस समय वंचित हैं, और उन्हें किसी भी तरह का सहयोग हासिल कर पाना मुश्किल हो रहा है। हमने पनवेल कॉर्पोरेटर प्रज्योति म्हात्रे के वाघाची वाडी में 350+ आदिवासी परिवारों तक आवश्यकता पहुँचाने के अनुरोध को लेकर उन्हीं राशन किट भी वितरित किए। तुर्भे और वाशी के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षकों के अनुरोधों के माध्यम से, हम इन क्षेत्रों में कई परिवारों को राहत देने में सक्षम थे।

● हमें मुंबई महानगर के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी श्रमिकों के समूहों से 819+ कॉल प्राप्त हुए हैं। हम अभी तक 132 कॉल को सीधे या सीधे पार्टनर नेटवर्क पर संदर्भित करके उस पर कार्य करने में सफल रहे हैं। इन अनुरोधों को संबोधित करना काफ़ी चुनौती पूर्ण रहा है क्योंकि वे विभिन्न क्षेत्रों से हैं, और अन्य सहायता समूह और सरकारी हेल्पलाइन भी अनुरोधों को संभालने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हम मामलों को देखने और सुलझाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस सप्ताह हमारी टीम ने सीजीएस कॉलोनी एंटॉप हिल, सेंधुर रोड पर, सेवरी नेशनल मार्केट, वडाला चार रास्ता तथा अन्य क्षेत्रों में 410 मासिक राशन किट वितरित किए। इनमें से कई क्षेत्रों में प्रवासी श्रमिकों की संख्या काफ़ी अधिक है। चूंकि उनके पास उनके गांव द्वारा जारी किए गए राशन कार्ड हैं, इसलिए वे इस समय शहर में राशन लेने में असमर्थ हैं। प्रवासी श्रमिकों ने पके हुए भोजन के ऊपर राशन के लिए प्राथमिकता का संकेत दिया है, क्योंकि वे अपने स्वाद के अनुसार पकाने में सक्षम हैं और राशन उन्हें लंबे समय तक खुद को बनाए रखने में मदद करते हैं।

● हमने पहले कुछ बेघर व्यक्तियों को एंटॉप हिल में MCGM बेघर आश्रय में स्थानांतरित करने में मदद की थी। हम उन्हें राशन और स्वच्छता आपूर्ति की सुविधाओं तक पहुंच बनाने में सहायता कर रहे हैं। हम उन्हें अलग अलग गतिविधियों और इसको लेकर होने वाली चर्चाओं में शामिल करने की भी कोशिश कर रहे हैं जो उनकी मानसिक भलाई में सहायता पहुँचा सकती है।

● हम एमसीजीएम के साथ प्रयासों को भी आगे बढ़ा रहे हैं कि एफ-साउथ और एफ-नॉर्थ वार्ड में प्रवासी श्रमिक राशन का लाभ कैसे उठा सकते हैं, और जो सड़क पर हैं वे आश्रय सुविधाओं का भी लाभ उठा सकते हैं (एच-वेस्ट वार्ड में भी) ।

● YUVA अर्बन इनिशिएटिव्स की चाइल्डलाइन टीम जो चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन का हिस्सा है और जिसका उद्देश्य 1098 हेल्पलाइन के माध्यम से संकट में फंसे बच्चों का सहयोग करना है इस नम्बर पर मदद के लिए लगातार कॉल आ रही है। ये कॉल ज्यादातर COVID-19 संकट से संबंधित है और ऐसे बच्चों के बारे में हैं जो इस समय काफ़ी असहाय हैं और उनकी उनके परिवार भी किस तरह परेशान हैं। कई कॉल इस समय पोषण संबंधी जरूरतों या चिकित्सा सहायता से संबंधित रही हैं, और टीम या तो सीधे या सहायक भागीदारों के काम के माध्यम से इस पर कार्य करने की दिशा में काम कर रही है। टीम अधिक आवश्यक आईडी कार्ड तक पहुंचने का भी प्रयास कर रही है ताकि वे इस समय और भी अधिक कर सहयोग कर सकें।

● अन्य शहरों में भी हमारी टीम अन्य स्थानीय सहयोगियों का समर्थन करके वहाँ के राहत प्रयासों को आगे बढ़ा रही है। नासिक में YUVA और युवा सामूहिक अनुभव शिक्षा केंद्र के सदस्य विभिन्न क्षेत्रों में कमजोर परिवारों को राशन और भोजन वितरित कर रहे हैं। उन्होंने बोरिस-जिला परिषद स्वास्थ्य केंद्र को मास्क भी वितरित किए। अन्य वंचित समुदायों का समर्थन करने के प्रयास नागपुर और गुवाहाटी में भी चल रहे हैं।

राशन की सुविधा तक पहुँच में आने वाली चुनौतियाँ

इस सप्ताह हमने एक ब्लॉग प्रकाशित किया, जिसमें यह बताया गया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सब के लिए अनिवार्य करना कितना आवश्यक है। समुदायों में हमारा अनुभव दिखाता है कि लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली अभी भी इस समय कई की जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ रह रहे हैं। कई मामलों में, क्षेत्रों में, राशन की दुकानें केवल चावल या गेहूं देने में सक्षम होती हैं, जिससे घरों में इस समय पौष्टिक भोजन खाना बहुत मुश्किल हो जाता है।

अंबुजवाड़ी में 4 राशन की दुकानों के विषय में वहाँ के युवानिवासियों ने उल्लेख किया कि कैसे कई परिवारों के पास राशन कार्ड होने के बाद भी उन्हें राशन देने से इनकार किया जा रहा है। कई राशन की दुकानें भी केवल चावल का वितरण कर रही हैं (यह उल्हासनगर की भी स्थिति है)। स्थानीय समाचार चैनल ने इस मुद्दे को कवर किया है, लेकिन लोगों को अभी भी कोई राहत नहीं मिली है। ‘भले ही कई लोगों को नागरिक समाज संगठनों से राशन प्राप्त हुआ है जो मदद करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी भी कई अन्य को खाद्य आपूर्ति पूरी तरह से नहीं मिल पा रही हैं क्योंकि हम एक बड़ी बस्ती (झुग्गी) में रहते हैं और वहाँ ज़रूरत से ज़्यादा अनगिनत परिवार हैं। हम जहां संभव है अधिकारियों के साथ राशनिंग मुद्दे को हल करने में मदद करने की कोशिश कर रहे हैं’, ऐसे लोगों के सहयोग के लिए कार्य कर रही एक YUVA स्टाफ और मालवानी युवा परिषद के सदस्य असमा अंसारी कहती हैं।

एक रचनात्मक मीडिया साझेदारी

इन मौजूदा समय में, मुंबई फिल्म फेस्टिवल के MAMI ईयर राउंड प्रोग्राम होम थिएटर के हिस्से के रूप में, पहली बार MAMI घर पर लोगों की स्क्रीन पर आ रहा है। हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमने अनुपमा मंडलोई और तनुजा चंद्रा की फिल्म ‘आंटी सुधा आंटी राधा’ की स्क्रीनिंग को लेकर भागीदारी की है। केवल 55 रुपये का छोटा सा योगदान देकर एक अद्भुत फिल्म देखी जा सकती है और पंजीकरण से प्राप्त पूरी राशि का उपयोग COVID-19 राहत प्रयासों के लिए किया जाएगा। सभी विवरणों के लिए ये साथ वाला ट्वीट देखें। जैसा कि पोस्टर में उल्लेख किया गया है, फिल्म का लिंक 4 मई को दोपहर 12 बजे तक समाप्त हो जाएगा, इसलिए सभी इच्छुक दर्शकों को जल्दी से पंजीकरण करने की आवश्यकता है, ताकि वे इस अवसर का लाभ उठा सकें।

एक महत्वपूर्ण सामाजिक जिम्मेदारी का कार्य: हमारे फ़ील्ड की टीमों का COVID-19 परीक्षण

हमारी टीम ने पिछले पांच हफ्तों से लगातार आगे रह कर स्वेच्छा से सहयोग किया है, और राहत के प्रयासों को आगे बढ़ा रही है। चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में यह बेहद कठिन काम है, और सभी ने जो प्रतिबद्धता दिखाई है वह वास्तव में हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। भले ही आवश्यक सावधानियाँ बरती जा रही है, लेकिन मुंबई महानगर क्षेत्र में हो रही मामलों में वृद्धि चिंताजनक है। हम उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा के बारे में चिंतित हैं, और उन सभी क्षेत्रों में जो वे दौरा कर रहे हैं समुदायों के लिए संभावित जोखिम भी हैं।

इस संदर्भ में और हमारे गवर्निंग बॉडी के सुझाव से, हमने तय किया कि फील्ड टीम के सदस्य भी COVID-19 परीक्षण से गुजरेंगे। इसमें वे सभी सदस्य शामिल हैं जो अपने निवास के क्षेत्रों के बाहर राहत कार्य में शामिल हैं। हमें लगता है कि यह हमारी टीम और समुदायों के सर्वोत्तम हित में है। हमारी टीम और उनके परिवारों ने इस फैसले का स्वागत किया है।

हम समझते हैं कि इस निर्णय के कुछ निहितार्थ भी होंगे। हमने परिणामों को लेकर भी योजना बनाई है, और हमारी प्राथमिकता है कि राहत कार्य जारी रह सकते हैं। कई हितधारकों और प्रक्रियाओं को सुगम राहत के लिए समन्वय में काम करने की आवश्यकता है, और हम इस प्रक्रिया को सुचारू बनाए रखने और देरी को कम करने की उम्मीद करते हैं।

हम उन लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो राहत पर निर्भर हैं, और हम अपने साथियों के साथ भी खड़े हैं। परीक्षण के परिणाम गोपनीय होते हैं, और हम संबंधित अधिकारियों के साथ भागीदारी में उनके इलाज व ठीक होने के दौरान किसी भी प्रभावित व्यक्तियों का समर्थन करेंगे।

हम आने वाले हफ्तों में अपने राहत प्रयासों पर सभी को अपडेट रखेंगे। हमें आपके निरंतर समर्थन की उम्मीद है। #TogetherWeCan!

सभी सहयोगियों, पार्ट्नर्ज़ व शुभचिंतको को ‘धन्यवाद’

हमारे निरंतर आपातकालीन राहत और संबद्ध प्रयासों को कई सहयोगियों, शुभचिंतकों, नेटवर्क, संगठनों, प्रशासनिक अधिकारियों और अनगिनत अन्य लोगों के समर्थन से संभव बनाया गया है। हम उनमें से हर एक को धन्यवाद देना चाहते हैं, और हमारे सभी साथियों को जो राहत कार्यों के हर चरण में सहयोग कर रहे हैं, आपूर्ति प्रबंधन से लेकर वितरण और बहुत कुछ! आप सभी के समर्थन के कारण ही हम कितना कुछ कर पा रहे हैं।

अंकित झा द्वारा अंग्रेजी से अनुवादित

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