Skip to main content
Child RightsEducationGovernanceHabitatInformal WorkLivelihoodsYUVA

युवा के ३६ सालों का सफर

By September 8, 2020December 22nd, 2023No Comments

समाज में तीन दशक से भी अधिक समय के अपने काम को देखते हुए

जैसे ही हम नए वर्ष में कदम रख रहे है, नए जोश और प्रतिबद्धता के साथ, हम हमारे तीन दशक से भी ज़्यादा लम्बे सफर पर एक नजर डाल रहे है.

पहिला दशक (१९८४-१९९४ )

३० अगस्त १९८४ के दिन युवा एकता और स्वयंसेवी कृती के लिए ( Youth for Unity and Voluntary Action- YUVA) यह गैर लाभकारी विकास संस्था है, जो वंचित और दुर्लक्षित घटकों को उनका अधिकार दिलाने के लिए सहायता करने के लिए कटिबद्धता से स्थापित हुई हैl २३ साल के नौजवान मिनार पिंपले जिन्होंने बस्तियों में युवा नेतृत्व को विकसित करने का युवा के पहले प्रयास से शुरवात की.

जोगेश्वरी के बस्ती में समुदाय के साथ काम करते हुए

प्रारंभिक वर्षों में, युवा ने सामुदायिक आयोजन और जोगेश्वरी में युवाओ के क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास किया और निष्कासन का सामना करने और इससे जुड़ी चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए फुटपाथ वासीसियों के साथ क्रॉस मैदान में काम करना शुरू किया. (पुलिस उत्पीड़न, बेदखली में स्कूलों तक पहुंचने में कठिनाई, बुनियादी सेवाओं तक पहुंच की कमी आदि) युवा सभी उम्र के वंचित गुटों के साथ काम करता है- बच्चों, युवाओं, महिलाओं आदि.

महिलाओं के साथ हमारी पहली बड़ी बैठक

मुंबई में 1986 में फुटपाथवासियों की बड़े पैमाने पर बेदखली और निर्वासन के मुद्देपर युवा ने शहर स्तरीय, आवास अधिकार समिति और आवास अधिकारों पर राष्ट्रीय अभियान की शुरुवात की.

युवा ने संबंधित मानवाधिकार मुद्दों पर एकीकृत कार्य के मॉडल को विकसित किया है, जिसमें आवास अधिकारों के हस्तक्षेप से लेकर महिलाओं के अधिकार, युवाओं और बच्चों के अधिकार और बाद में मुंबई शहर के असंघटित मजदूरों के अधिकार भी शामिल किये हैं.

बेदखली से होने वाले अन्याय, आवास से संबंधित अधिकारों के उल्लंघन, श्रम और बुनियादी सुविधाओं, महिलाओं के खिलाफ हिंसा इत्यादी मुद्दों को लेकर 1989 में कानूनी संसाधन केंद्र की स्थापना की गयी.

कानूनी संसाधन केंद्र द्वारा आवास अधिकारों पर आयोजित कार्यशाला

प्रशिक्षण शुरू से ही एक महत्वपूर्ण केंद्र का क्षेत्र रहा है. युवा ने युवाओ के क्षमता निर्माण के लिए युवा एनिमेटर प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की, और शहरी एनिमेटर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम (यूएटीपी) जो वंचित समुदायों के लोगों को आत्म-विकास प्राप्त करने और समुदाय संघटन कौशल्य को विकसित करने के लिए मदतगार रहा हैI अनुभव शिक्षा केंद्र (ASK) कार्यक्रम विभिन्न सामाजिक-राजनैतिक और विकास के मुद्दों पर युवाओं को प्रशिक्षण और प्रदर्शन प्रदान कर रहा है.

युवा ने सड़क पर रहने वाले बच्चों के लिए खुला शेल्टर स्थापित किया, जिसका ‘घर हो तो ऐसा’ ये नाम निवासी लड़कों द्वारा रखा गया है. ये शेल्टर 2004 तक क्रियाशील रहा.

शेल्टर में व्यस्त बच्चे और युवा

जून 1991 में नई आर्थिक नीति की घोषणा के साथ, युवा ने जनसंघटन के विकास के माध्यम से अधिकारों को सुरक्षित करने हेतु मदद करनेवाले जन केंद्रित सहयोग संस्था को विकसित करने के लिए अपने रणनीति-संबंधी दृष्टिकोण का पुनर्विचार किया.

जनसंघटन शहर विकास मंच द्वारा सबसे शुरुआती कार्यक्रमों में से एक कार्यक्रम, दिसंबर 2001

युवा ने 5 बुनियादी मूल्यों को विकसित किया, जिसके साथ कोई भी समझोता नहीं हो सकता, जो काम के मुख्य सिद्धांत होंगे-सामाजिक न्याय, लैंगिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र, ईमानदारी और अखंडता, पर्यावरणीय स्थिरता और बदलाव के बहु-आयामी दृष्टिकोण के लिए ११ स्तर के हस्तक्षेप को विकसित किये गए.

सामुदायिक कार्य योजना पद्धति का उपयोग करके आवास विकास के लिए युवा ने एक प्रदर्शनकारी मॉडल को विकसित किया है. सेवादल नगर, नागपुर में हमारा काम रहा है जिसके चलते, समुदाय ने सामूहिक रूप से सेवाभावी संघर्ष समिति के माध्यम से एकत्रित होकर अपने निष्कासन का विरोध किया है ,अंतत: यह भूमि बंटवारे के प्रस्ताव की तरफ गया है.

१९९३ में पुनर्निर्मित सामुदायिक संसाधन केंद्र, सद्भावना केंद्र में कार्यक्रम

मुंबई में दिसंबर 1992 के दंगों के बाद, युवा ने शांति और सदभावना को निर्माण करने के प्रयासों के उपर लक्ष केंदित किया. राधाबाई चॉल, जो दंगों के दौरान हिंसक घटना और बेगुनाह मौतों की गवाह रही है उसे सद्भावना केंद्र, के तौर पर एक सामुदायिक संसाधन केंद्र के रूप में पुनर्जीवित किया गया, जो लोगों को एक साथ लाता ह. यह केंद्र 2008 तक चलाया गया है, और कुछ वर्षों के अंतराल के बाद सीखने और सहयोग के केंद्र के रूप में दोबारा शुरू किया गया है.

1993 के लातूर भूकंप के बाद, युवा ने मानव निर्मित आपदाओं के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं के लिए भी अपनी प्रतिक्रिया पद्धतीका विस्तार किया है.

१९९३ के लातूर भूकंप के बाद जीवन के पुनर्निर्माण पर युवा ने लक्ष्य केंद्रित किया

दूसरा दशक (2004–2014)

जबरन बेदखली हुए बाबरेकर नगर, १९९७ के पुनर्वसन के संदर्भ में युवा ने इस प्रक्रिया को अंतराष्ट्रीय आवास गठबंधन और राष्ट्रिय मानवाधिकार आयोग के साथ मिलकर सुकर बनाया.

युवा का हस्तक्षेप बाबरे नगर के निष्कासन के बाद हुआ जिसमें 12,000 से अधिक परिवार बेघर हुए

युवा ने दक्षिण आशियाँ नेटवर्क को बांध, नदियाँ और लोग इन्हें एकजुटता और समर्थन प्रदान किया है, वह भारत के जल क्षेत्र की निगरानी करता है और नागरिक समाज, अनुसंधान संगठनों, समुदायों और प्रशासन के बीच सेतु की तरह काम करता है.

युवा विभिन्न विषयो पर, विभिन्न लोगो के गुट के साथ काम कर रहे जन संघटना -महिला, बालक, युवा, असंघटित कामगार और इत्यादि को सहकार्य करता है. यह मानवधिकार के प्रगतिशील प्राप्ती की प्रक्रिया है.

नागपुर अधिवेशन में मालकी पट्टा का पहला प्रदर्शन, दिसम्बर २००४ (बायां), महिला संघटन स्त्री मंच की धारावी में जनसभा (मध्य), फेरिवाला विकास महासंघ के प्रतिनिधि एक शहरी परामर्श में अपनी चिंताओं को साझा करते हुए (दाहिना)
महिला विकास परिषद आयोजित कार्यक्रम में सौ से ज्यादा बस्ती की महिलाओ ने सहभाग लिया (बायां), बच्चो के संघटन- बाल अधिकार संघर्ष संघटन का पुराना छायाचित्र (दाहिना)

युवा स्थायी आजीविका के लिए सहकारी दृष्टिकोण और अर्थव्यवस्था को पूरक क्रेडिट सहकारी समितियों के विकास को और सुविधाजनक बनाने में विश्वास रखती है. 1999 से मुंबई और नागपुर में सेवा सहकारी समितियाँ में युवा का सहयोग रहा है.

2000 क्रेडिट सहकारी समितियों के माध्यम से महिला सक्षमीकरणपर सेमिनार (बायां), मातृत्व सेवा सहकारी संस्था के भोजन का आस्वाद लेने के लिए लोगो की कतार (दाहिना)

दो और क्षेत्र में काम की शुरवात- ७४ संविधान संशोधन कानून, महाराष्ट्र के तहत सामाजिक सुविधा और असंघटित क्षेत्र के कामगारों को क़ानूनी सुरक्षा और शहरी स्थानीय शासन को मजबूत करना.

युवा एक-साथ बनाए और संशोधन के माध्यम से वंचित घटकों की वास्तविकताओं पर प्रकाश डालने के लिए प्रसार करता है, बस्तियों के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए ज्ञान के माध्यम से क्षमतावृद्धी और नीति बनाने और प्रभावित करने के उद्देश्य से साक्ष्य-आधारित शोध करता है.

हमारे ग्रामीण भाग के शुरवाती काम की झलक

युवा ने विदर्भ क्षेत्र में विकास संबधी चुनौती और प्राकुतिक संसाधन प्रबंधन के संदर्भ में ग्रामीण विभागों में काम की शुरवात की.

२००१ में, युवा सेंटर का उद्घाटन खारघर, नवी मुंबई में किया गया, यह एक सामूहिक सिख और जुडाव की जगह है.

युवा सेंटर मानवाधिकार सीखने की प्रक्रियाओं को सुविधाजनक बनाने तथा व्यक्तियों और संगठनों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है l केंद्र गैर-सरकारी संगठनों, समुदाय-आधारित संगठनों और अन्य समूहों के लिए अपने दरवाज़े खोल रहा है, जो अपने स्वयं — प्रशिक्षण कार्यक्रमों में उपयोग कर रहे है.

युवा सेंटर का उदघाटन समारंभ, अगस्त २००१

तिसरा दशक (2004–2014)

युवा का कार्य क्षेत्र धीरे-धीरे मुंबई और विदर्भ क्षेत्रों से परे महाराष्ट्र के और दिल्ली के अन्य शहरों में फैलता गया है.

पुनर्वास और पुनर्वसित वसाहतो में बस्ती संरचनाओं के नए रूप

मुंबई में आधारित संरचना के विकास-विस्थापन में वृद्धि के साथ, युवा प्रभावित व्यक्तियों के साथ उनके प्रभावी पुनर्वास और मुंबई में पुनर्वास और पुनर्वास कॉलोनियों में उनके अधिकारों को बनाए रखने के लिए काम करता है.

लोगो तक पानी पहुँच सके इस लिए समुदायों के साथ काम करते हुए

युवा पानी के निजीकरण के खिलाफ नागरिक आंदोलन में शामिल हुई । पानी हक,पानी और स्वच्छता के मौलिक अधिकार को ध्यान में रखते हुए पानी हक समिति, के ज़रिये युवा ने सभी के लिए पानी के अधिकार में एक रणनीति- संबध में भूमिका निभाई है.

महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 के प्रभावी अमल के लिए राज्यव्यापी अभियान में युवा ने भाग लिया. युवा ने दक्षिण एशियाई अभियान ‘महिलाओं पर होनेवाली हिंसा का अंत मुमकिन है ’ में महाराष्ट्रस्थर पर में भूमिका निभाई है, जिसमें 50,000 से अधिक परिवर्तन के साथी शामिल हुए. सामूहिक वकालत की वजह से, सरकार ने यह घोषणा की है की, वह पूर्णकालिक सुरक्षा अधिकारियों की नियुक्ति करेगी.

नीतियों पर टिप्पणी करने से लेकर, नेटवर्क शुरू करने और सामूहिक प्रयासों के लिए नीतिगत हस्तक्षेप और सरकार की समितियों के साथ मिलकर नीतियाँ तैयार करना आदि मुद्दों को लेकर कई लोगों के साथ नीति और अभ्यास परिवर्तन और मॉडल निर्माण पर नए सिरे से प्रभाव दिया गया.

नवी मुंबई में असंघटित कामगारोंद्वारा आयोजित जनसुनवाई, २०१७

युवा ने असंघटित श्रमिकों के साथ जुड़ाव के साथ, उनके कल्याण के लिए हक्क्दारी और पंजीकरण करने के लिए सुविधा प्रदान की है, संशोधन और वकालत का संचालन किया है, काम के लिए गरिमा पूर्ण और पर्याप्त वातावरण और श्रमिक अधिकारों को प्राप्त करने के लिए के, लड़ाई को उनके सशक्तिकरण के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए अग्रणी अभियानों और नेटवर्क में सहभागी रहे है.

युवा ने शहरी शासन मॉडल का प्रदर्शन करते हुए ,चुनावी वार्ड में सभी मतदाताओं की प्रत्यक्ष भागीदारी के लिए एरिया सभा कानून के मॉडल के साथ साथ सामुदायिक भागीदारी कानून के लिए अभियान को सहकार्य किया है.

2004–2007 से, युवा ने गुजरात के 50 सूखाग्रस्त गांवों में वंचित किसानों के साथ जैविक खेती का हस्तक्षेप किया गया.

रपार- सूखाग्रस्त गाव

युवा अर्बन इनिशिएटिव्ह (YUI) चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन के अमल में भागीदार के रूप में मुसिबत में फसे बच्चों के सुरक्षा के लिए काम कर रहा ह. चाइल्डलाईन प्रतिवर्ष 500 से अधिक आपातकालीन कॉल में हस्तक्षेप करती है.

विश्व बाल श्रम विरोधी दिवस के अवसर पर दादर टर्मिनस में जागरूकता अभियान, २०१४

युवा का लोगो के निर्णय प्रक्रिया में सहभाग बढ़ाने के लिए निरंतर जोर दिया है, जिस से मुलभुत सेवा संसधन केंद्र, प्रवासी संसाधन केंद्र ( जिसमे दिहाड़ी को मिलाना और श्रमिक सहायता हेल्पलाइन) और बाल संसाधन केंद्र बस्तियों में निर्माण किया गया जो लोगो की भागीदारी बढ़ाने, परिसंवाद और शहरी शासन और नियोजन पर निर्णय लेने की जगह है.

लल्लूभाई कंपाउंड, मानखुर्द में बाल संसाधन केंद्र में चल रहे गतिविधियों में सहभागी बच्चे (बायां), मुलभुत सेवा सुविधा केंद्र, गुवाहाटी में प्रशिक्षण सत्र (दाहिना)

वर्तमान वर्ष (2014–2019)

असंघटित बस्तियों और श्रमिकों के साथ युवा का लंबे समय से काम मुंबई की तीसरे विकास योजना 2014–2034 के हस्तक्षेप करने की ओर ले जाता है, जो अंततः शहरी नियोजन और शासन पर लोगों के अभियान के तौर पर हमारा शहर अभियान में विकसित हुवा है । युवा, मुंबई में लगातार पानी के अधिकार और स्वच्छता के मुद्दों पर चल रहे अभियानों में संलग्न है.

हमारा शहर मुंबई अभियान आयोजित एक कार्यक्रम में समुदाय की नेतृत्व करती महिलाएं अपनी बात रखते हुए (बायां), युवा संघटन मलवानी युवा परिषद के साथी नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करते हुए (मध्य), नवी मुंबई में आवास के अधिकार पर काम करने वाले जन संगठन, घर हक संघर्ष समिति की बैठक (दाहिना)

युवा आवास और आजीविका ढांचे पर अपने काम को मजबूत करता है, वंचित घटकों को सशक्त बनाता है, लोगों की सामूहिकता को प्रोत्साहित करना और बुनियादी सेवाओं तक पहुँच को आसान बनाना। यह काम ओडिशा, मध्य प्रदेश, असम और झारखंड राज्यों के शहरों तक फैला हुआ है.

बच्चो और युवको के साथ काम चल रहा है, और बच्चो के नेतृत्व और युवा नेतृत्व से चलने वाले अभियान शहर और उसके परे मजबूती से कचल रहे है. चाइल्डलाइन के काम का दादर टर्मिनस और नवी मुंबई में विस्तार हुआ है.

बच्चे और युवा खेलने के लिए और अभिव्यक्ती के जगहों के दावा के लिए क्लेमिंग स्पेस अभियान का नेतृत्व करते हुए

ग्रामीण विभाग में युवा का काम प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और मानव पर्यावरण में सुधार, यह अधिक स्थायी कृषि अभ्यास, आजीविका के अवसर में सुधार, बस्ती के सक्षमीकरण और ग्रामीण विभागों में स्कुलो में मुलभुत संरचना बनाने के माध्यम से हो रहा है.

अच्छी तरह से किये हुए प्रयासों से अकोला जिले में ग्रामीण आबादी को राहत मिली है, 2018 (बायां), नासिक जिले में छात्रों के साथ स्वच्छता पर सत्र, 2017 (दाहिना)

युवा कथा निर्माण में बहुस्थारिय अनुभवों को लोगो की आवाज़ों में सभी स्थानों में प्रस्तुत करने के लिए प्रयास कर रहा है. हम इस गितिविधिके माध्यम से, यह आशा करते है की, प्रमुख आख्यानों का मुकाबला करे और लोगो को यह समझने और एक दूसरे को सहकार्य करने के लिए के लिए मदद करे.

सांस्कृतिक कार्यक्रम कोम्प्लेक्ससिटी, विभिन्नता और विविधता को मनाने का युवा का वार्षिक समारोह (बायां), शहरी संसाधन केंद्र में चर्चा, 2018 (मध्य), युवा सेंटर में प्रदर्शन, मार्च २०१८ (दाहिना)

मार्च 2020 से COVID-19 महामारी के प्रसार को देखते हुए, YUVA ने लोगों की मदद के लिए राशन और बुनियादी आवश्यकताओं के साथ साथ, राहत और दीर्घकालिक पुनर्वास की पहल की है. मार्च महीने के बीच से ही, YUVA ने उभरती हुई स्थिति का प्रारंभिक आकलन किया और मुंबई महानगरीय क्षेत्र और अन्य जगहों में हाशिए पर रहने वाले अधिकांश व्यक्तियों तक नियमित रूप से मदद पोहचाने की कोशिश की है. क्योंकि महामारी से जुड़ी अनिश्चितताएं लगातार बढ़ती जा रही हैं, YUVA लोगों की बढ़ती जरूरतों, अधिकारों, एंटाइटेलमेंट और बुनियादी सेवाओं की मांग का समर्थन करता है.

टीम युवा

Leave a Reply